यह सच कि वह सच न यह सच न वह सच

विशालतम प्रदेश के राजाजी अपने महल में दुग्ध-धवल, पुष्प-सुकोमल शय्या पर सोये हुए थे। सपने में उन्होंने देखा कि उनके शत्रुओं ने उनके राज्य पर चढ़ाई कर दी है और उनका राज्य कोष सब छीन लिया है। अपनी जान बचाकर राजाजी भागे।  भूख-प्यास से बेहाल होकर एक अनक्षेत्र में गए जहाँ पर अब समाप्त हो… Continue reading यह सच कि वह सच न यह सच न वह सच